सागर। मप्र शासन के कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत गुरुवार काे बिल्कुल अलग अंदाज में नजर अाए। अवसर था क्षत्रिय समाज के गौरव वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप और बुंदेल केसरी महाराज छत्रसाल की जयंती पर अायाेजित वाहन रैली का। महाकवि पद्माकर सभागार में क्षत्रिय समाज काे संबाेधित करते हुए उन्हाेंने हुंकार भरी। कहा कि क्षत्रिय समाज ने कभी किसी की आधीनता स्वीकार नहीं की है। त्याग, राष्ट्र भक्ति का जीता जागता उदाहरण क्षत्रिय समाज है। यह सब हमें अपने महापुरूषों से विरासत में मिला है। जिनकी जयंती मनाने के लिए हम सब एकत्रित हुए हैं। उन्हाेंने संबाेधन की शुरुअात कुछ इस तरह कि-द्वंद कहां तक पाला जाए, युद्ध कहां तक टाला जाए, राणा का तू वंशज है, फेंक जहां तक भाला जाए। उनका यह संबाेधन सागर के वर्तमान राजनैतिक परिदृश्य से जाेड़कर भी देखा जा रहा है। मंत्री राजपूत ने कहा कि महाराणा प्रताप एवं बुंदेलखंड केसरी महाराज छत्रसाल की वीरगाथाओं से इतिहास के पन्ने भरे हुए हैं। जिन्होंने कभी परिस्थितियों से समझौता न करते हुए अपनी मातृभूमि तथा स्वाभिमान के लिए सतत संघर्ष किया है।
स्वीडिश मिशन ग्राउंड से वाहन रैली प्रारंभ हुई। हजारों वाहनों के काफिलों के साथ रैली गोपालगंज, बस स्टैंड परकोटा होते हुए तीनबत्ती, विजय टॉकीज चौराहा होकर मोतीनगर महाकवि पद्माकर सभागार पहुंची। रैली का शहर में जगह-जगह धार्मिक संगठनों, समाजों तथा शहरवासियों द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। पूरे शहर में महाराणा प्रताप एवं महाराज छत्रसाल के जयघोष से आकाश गुंजायमान रहा। कई किलोमीटर लंबी इस रैली में भगवा पताकाएं लहरायीं। डीजे पर महाराणा प्रताप के शाैर्य एवं बलिदान के गीत गूंज रहे थे। जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने कहा कि क्षत्रिय समाज का गौरव किताबों में ही नहीं, प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। महाराणा प्रताप तथा महाराजा छत्रसाल की वीरगाथाओं और मातृभूमि के लिए किए गए संघर्ष ने पूरे क्षत्रिय समाज को गौरवान्वित किया है। क्षत्रिय समाज के लिए विशाल एवं भव्य भवन एवं धर्मशाला की मांग पर विधायक शैलेंद्र जैन ने 50 लाख रुपए, 25 लाख रुपए सांसद श्रीमती लता वानखेड़े तथा 1 करोड़ रुपए घोषणा मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने की। आकाश सिंह राजपूत ने कहा कि सत्ता को साध्य नहीं, सेवा का साधन बनाएंगे और जब तक अन्याय है तब तक प्रताप की तलवार हमारे भीतर जीवित रहेगी। कार्यक्रम में साहब सिंह सागौनी, जाहर सिंह, फूलसिंह पंडा, गोंविद सिंह मालथौन, नर्मदासिंह, रामबाबू जनपद अध्यक्ष, देवेन्द्र सिंह उपाध्यक्ष, राजकुमार सिंह सुमरेड़ी अादि माैजूद थे।