हरगाेविंद परसाेरिया, सागर
गढ़ाकोटा में हुए 23 वें सामूहिक विवाह सम्मेलन में 3 हजार 2 सौ 19 वर-वधू परिणय सूत्र में बंधे। इनमें 100 से ज्यादा मुस्लिम जाेड़े भी शामिल हैं। एक तरफ वेद मंत्र ताे दूसरी तरफ कलमे की आयतों की गूंजी। काैमी एकता अाैर सामाजिक समरसता की झलक देखने काे मिली। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत, मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, मंत्री लखन पटैल, सांसद सागर संसदीय क्षेत्र श्रीमती लता वानखेडे, दमोह सांसद श्री राहुल सिंह, पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री एवं विधायक जयंत मलैया, पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया, किशोरदास जी महाराज, विधायक प्रदीप लारिया अादि ने नव दंपतियाें काे बधाई शुभकामनाएं दीं।
निकाह अाैर पुर्नविवाह भी हुए
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारा सनातन धर्म सभी की सुख-समृद्धि और उन्नति की कामना करता है। सामूहिक विवाह सामाजिक समरसता का माध्यम है। इस विवाह में सिर्फ वर-वधु का विवाह नहीं, बल्कि दो परिवारों और कुटुम्बों का मिलन भी होता है। उन्होंने कहा कि हर माता-पिता का यह सपना होता है कि उसकी बेटी का उन्होंने जितने अच्छे से लालन-पालन किया उससे अच्छा लालन-पालन और प्यार उसे ससुराल में मिलेगा। इस उम्मीद के साथ ही बेटी के माता-पिता उसे आपको सौंपते हैं। मुझे उम्मीद है कि आप अपनी बहु को बेटी के समान ही प्यार और सम्मान देगें। यहां निकाह के साथ पुनर्विवाह भी हो रहे हैं। कल्याणियों का पुनर्विवाह एक अच्छी पहल है। यह पवित्र कार्य है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों से अपील करते हुए कहा कि वे कल्याणियों के पुनर्विवाह में उनका सहयोग करे। विधायक भार्गव ने कहा कि धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक महाकुंभ में आज 3 हजार 219 से अधिक नवदंपत्तियों ने सात फेरे लिए हैं। मेरे द्वारा अब तक 28000 से अधिक बेटियों का कन्यादान किया गया है। उन्होंने कहा कि मेरे जीवन की अंतिम सांस तक बेटियों का कन्यादान करने का सिलसिला चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि कन्यादान वह महादान है जिसको लेने से मोक्ष प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि यह कन्यादान विवाह समारोह समाज से भेदभाव मिटाने का कार्य भी कर रहा है।